दुर्ग: स्कूल के कुछ ही दूरी पर पान ठेला संचालित है जहां स्कूल ड्रेस में नाबालिग बच्चे धुएं का कश उड़ाते हुए हाथ में बीड़ी सिगरेट लिए बैठे थे आपको बता दे की छत्तीसगढ़ शासन ने सीधे तौर पर कहां है कि जहां भी स्कूल कॉलेज खुला है उसके आसपास कोई भी नशा सामग्री वितरण करने वाला दुकान नहीं खोले जाएंगे और इसके साथ-साथ आसपास के कुछ दूरी पर कुछ भी मांस मटन एग रोल अंडा बेचने जैसे दुकान नहीं खोले जाएंगे.
यह सीधे तौर पर सरकार ने अपना बात रखा है, लेकिन इसके बावजूद भी आसपास के ग्रामीण दूकान संचालित कर सीधे तौर पर सरकार को आइना दिखा रहा है, कई ऐसी खबरें आते रहते हैं जहां स्कूल के बच्चे लंच टाईम में या स्कूल की छुट्टी होने के बाद कुछ खाने पीने के नाम से स्कूल से बाहर निकलते हैं और इसमें पूरी तरीके से लापरवाही स्कूल प्रशासन का नजर आ रहा है जो बच्चे कहां जा रहे हैं उसके बारे में जानकारी नहीं ले रहे हैं.
जिसके कारण बच्चों में डर का कोई खौफ नहीं रहता है और वह स्कूल से लंच के नाम से खेलने कूदने के लिए यह बाहर निकलते हैं तो वह आसपास के ठेले खोमेचे में पहुंच जाते हैं. आपको बता दे की दुर्ग निवासी प्रिंस जो की जेवरा सिरसा में गैरेज के लिए कुछ काम से जा रहा था तो देखा कि स्कूल के पास पान ठेला है जहां नाबालिग बच्चे स्कूल ड्रेस में थे और ग्रुप में 5 से 6 लोग बैठे हुए थे.
जैसे ही ऐसा नजारा देखा तो वह गैरेज ना जाकर उस पान ठेला में गया और जाकर बच्चों से पूछा कि तुम लोगों का उम्र क्या हो रहा है और यहां पर तुम लोग स्कूल ड्रेस में बीड़ी सिगरेट पी रहे हो तो बच्चे ने उल्टा ही प्रिंस कसेर को जवाब दिया जिसका वीडियो फुटेज हमें मिला है , नाबालिग होने के कारण हम उनका वीडियो फुटेज नहीं दिखा सकते हैं.
जैसे ही यह जानकारी मुझे दिया गया तो मैं तुरंत पास ही नजदीकी थाने में मौखिक तौर पर जाकर शिकायत करने कहा कि आप सीधा वहां जाकर शिकायत कीजिए और पास में जो दुकान है उसे जाकर उसे बात रखें तो जैसे ही वह प्रिंस कसेर पान ठेले वालो को समझाया की स्कूल से दूर में अपना दुकान चलाओ ,स्कूल के बच्चे पढाई करते है .