Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ प्रदेश के बस्तर में माओवादियों के शहीदी सप्ताह के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 175 जवानों की शहादत के जिम्मेदार माओवादी दंपती ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले दोनों माओवादी पर 8-8 लाख का इनाम घोषित है। बताया जा रहा है कि, यह दोनों माओवादी पिछले कई सालों से नक्सल संगठन में जुड़कर काम कर रहे थे। ताड़मेटला, टेकलगुड़ा, बुरकापाल जैसी कई बड़ी वारदातों में भी शामिल रहे हैं। अब सामान्य जिंदगी जीने के लिए दोनों ने हिंसा का रास्ता छोड़ सुकमा में पुलिस अधिकारियों के सामने सरेंडर कर दिया है।
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नक्सलियों के बटालियन नंबर 1 में सक्रिय रहे सलवम मुत्ता और सलवम गंगी ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है। नक्सली दंपति पुलिस के पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटे हैं। सरेंडर के बाद दोनों ने पुलिस को बताया कि वे अपना परिवार बढ़ाना चाहते हैं,संगठन में इसकी इजाजत नहीं थी। इसलिए उन्होंने सरेंडर करने का निर्णय लिया। सुकमा के SP सुनील शर्मा ने बताया कि, दोनों माओवादी बड़े कैडर के हैं। कई बड़े लीडरों के साथ काम कर चुके हैं। पूछताछ में बड़े खुलासे होने की संभावना है।