रायगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज पूरे देश में आपातकाल स्मृति दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया। छत्तीसगढ़ में भी इस दिन को याद किया गया। वहीं उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव रायगढ़ के कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने लोकतंत्र सेनानी, उनके परिवार और भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर काला दिवस मनाने के पीछे का कारण बताया।
साव ने कहा कि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेता संविधान बदलने का भ्रम दिखाया। और कल सोनिया गांधी और इंडी गठबंधन के नेता लोकसभा में संविधान की प्रति लहरा रहे थे। ये लोग संविधान बचाने की बात कर रहे थे। लेकिन ये लोग आज का काला दिन (25 जून) याद करे, किस प्रकार इंदिरा गांधी ने देश को जेल में तब्दील कर दिया था। इस दौरान देश के लोगों का मौलिक अधिकार छीन लिया गया।
श्री साव ने कहा कि, 12 जनवरी 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया। कोर्ट ने कहा कि आपने भ्रष्ट आचरण से चुनाव जीता है। लेकिन हाईकोर्ट के फैसले को मानने के बजाय उन्होंने 25 जून 1975 को आपातकाल लगा दिया। एल आज ये लोग संविधान बचाने का प्रोपेगेंडा कर रहे हैं।
कांग्रेस सरकार ने 75 बार देश के संविधान में संशोधन और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया। आपातकाल लगाकर लोगों को बिना अपराध के जेल में डाला, इससे हजारों लोगों का जीवन तबाह हो गया। उसकी न्यायालय में कोई सुनवाई नहीं हुई। लोकतंत्र सेनानी के परिवारों ने बहुत यातना सही है। आज ये लोग संविधान बचाने की दुहाई देते हैं। इंदिरा गांधी ने केवल अपनी सत्ता बचाने के लिए ये सब किया।
गांधी और नेहरू परिवार ने अपने हित के लिए संविधान को तोड़ने व मोड़ने का काम किया है। आज की पीढ़ी को स्मरण रहे कांग्रेस कैसे राजनीति करती है। अब तक ये भय और भ्रम दिखाकर जीतती आई है। इन लोगों ने सत्ता के लिए संविधान को अनेक बार बंधक बनाने का काम किया है। इसे कार्यकर्ताओं को याद करने की आवश्यकता है।