होरी जैसवाल
रायपुर : इतिहास राष्ट्र की शक्ति का स्मरण होते हैं इसके आधार पर राज्य के सबसे बड़े महिला महाविद्यालय शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रति वर्ष की तरह इतिहास विभाग द्वारा छात्राओं को गौरवशाली अतीत व संस्कृति से परिचय कराने के उद्देश्य तीन दिवसीय इतिहास उत्सव का आयोजन किया गया।
उत्सव के प्रथम दिवस पर भारतीय इतिहास के गौरवशाली व्यक्तित्व की वेशभूषा पर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें छात्राओं ने लक्ष्मीबाई शिवाजी जीजाबाई सरोजिनी नायडू जैसे ऐतिहासिक पात्रों की वेशभूषा में शामिल हुई।
छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति के संवर्धन व संरक्षण के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की लोक कलाकार किरण शर्मा वह महा विद्यालय के भूतपूर्व छात्र मधुमिता पालने लोक कला के गायन में भरथरी सुआ लोकगीत व सूफी गीतों का प्रस्तुतीकरण किया जिसका उत्साह के साथ छात्राओं व महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने आनंद लिया लिया।
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दूसरे दिवस में छत्तीसगढ़ी व्यंजन पर पाक कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी व्यंजन फरा चोसेला दूध फरा बनाकर अपनी पाक कला का प्रदर्शन किया कार्यक्रम के दूसरे चरण में इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया साथ ही समाज में एकाकी हो रहे व्यक्तियों के भावनात्मक संबंधों को आयाम देने के लिए “अनमोल रिश्ते” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
जिसमें छात्राओं ने अपने प्रियसंबंधों को लेखन और तस्वीर के माध्यम से अभिव्यक्त किया अंतिम चरण में वीर नारायण सिंह पर आधारित एक वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया ।छात्राओं की माताओं के साथ मिलन समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका उद्देश्य पालक और शिक्षक के के मध्य बच्चों के भविष्य पर एक परिचर्चा रही।
इतिहास उत्सव के अंतिम दिवस में इतिहास विषय पर प्रश्न मंच का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य ज्ञान के साथ-साथ इतिहास विषय कैरियर निर्माण में किस प्रकार सहायक है उसके महत्व को रेखांकित किया गया अंतिम कार्यक्रम में पी संतोष नायडू के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को रेखांकित करने के उद्देश्य से फोटो प्रदर्शनी लगाई गई…
ताकि महाविद्यालय की नई पीढ़ी राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास से परिचित हो सके उत्सव के समापन पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा की छात्राओं का अपने गौरवशाली अतीत से जुड़ा रहे इसके लिए इस प्रकार के उत्सव का आयोजन सराहनीय और सार्थक है।
इस अवसर पर इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शम्पा चौबे डॉक्टर सरिता दुबे सहायक प्राध्यापक नितिन पांडे शोधार्थी व महाविद्यालय के छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।