इजरायल: गाजा पट्टी पर इजरायली सेना के संभावित जमीनी हमले की तैयारियों के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को पूरी तरह से नष्ट करने का संकल्प जताया है. नेतन्याहू ने शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय टेलीविजन पर संबोधन के दौरान यह चेतावनी दी. इजरायल पिछले शनिवार को हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए सीमा पार हमले के बाद से गाजा पर हवाई हमले कर रहा है. हमास के हमले में 1,300 से अधिक लोग मारे गए थे. इजरायल ने शुक्रवार तड़के गाजा की आधी आबादी को अपने घर खाली करने का आदेश दिया था. नेतन्याहू ने कहा कि ‘यह सिर्फ शुरुआत है. हम इस युद्ध को पहले से भी अधिक मजबूती से खत्म करेंगे. हम हमास को खत्म कर देंगे.’
गाजा पट्टी पर इजरायली सेना के संभावित जमीनी हमले की तैयारियों के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को पूरी तरह से नष्ट करने का संकल्प जताया. नेतन्याहू ने एक टेलीविजन पर संबोधन के दौरान यह चेतावनी दी. इजरायल पिछले शनिवार को हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए सीमा पार हमले के बाद से गाजा पर हवाई हमले कर रहा है. हमास के हमले में 1,300 से अधिक लोग मारे गए थे. इजरायल ने शुक्रवार तड़के गाजा की आधी आबादी को अपने घर खाली करने का आदेश दिया था. नेतन्याहू ने कहा कि ‘यह सिर्फ शुरुआत है. हम इस युद्ध को पहले से भी अधिक मजबूती से खत्म करेंगे. हम हमास को खत्म कर देंगे.’
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास आतंकवादी संगठन अलकायदा से भी बदतर है. बाइडेन ने फिलाडेल्फिया में ‘हाइड्रोजन हब्स’ में कहा कि ‘हमें जितना अधिक इस हमले के बारे में पता चलता है वह उतना और अधिक भयावह प्रतीत होता है. एक हजार से अधिक निर्दोष लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 27 अमेरिकी भी शामिल हैं.’ उन्होंने कहा कि ‘इनके मुकाबले तो अलकायदा भी कुछ ठीक लगता है. ये शैतान हैं. जैसा मैं शुरुआत से कहता आ रहा हूं कि अमेरिका इसे लेकर गलती नहीं कर रहा, वह इजराइल के साथ है.’
इजराइल-हमास जंग के मद्देनजर हिंसा भड़कने की आशंका के बीच अमेरिका के न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस और अन्य शहरों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी, संसद भवन के चारों ओर सुरक्षा कड़ी कर दी और कुछ स्कूलों को बंद कर दिया. हालांकि कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका में खतरे की कोई पुष्ट सूचना नहीं है. हमास के एक पूर्व नेता के ‘आक्रोश का दिन’ की घोषणा से अमेरिका का यहूदी समुदाय भयभीत है और उनके प्रार्थना स्थलों, स्कूलों तथा सांस्कृतिक संस्थानों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. यह घबराहट इस बात का संकेत है कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध की गूंज पूरी दुनिया में किस कदर सुनायी दे रही है जिससे यहूदी समुदाय कोई विश्वसनीय खतरा न होने के बावजूद डरा हुआ है.