होली का त्योहार भारतीय कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो रंग, खुशी, और प्रेम का प्रतीक है। इस साल, होली के पर्व के दिन, पहला चंद्र ग्रहण भी हो रहा है। इस वर्ष, फाल्गुन पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण का साया रहेगा। फाल्गुन पूर्णिमा के रात्रि को होलिका दहन के रूप में मनाया जाता है, जो अधर्म के प्रति धर्म की जीत का प्रतीक है। इसके अतिरिक्त, फाल्गुन पूर्णिमा के अगले दिन होली का उत्सव मनाया जाता है, जिसमें लोग रंगों से खेलते हैं और एक-दूसरे को गुलाल लगाते हैं।
साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण
साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को होगा। यह चंद्र ग्रहण सुबह 10:24 बजे प्रारंभ होगा और दोपहर 03:01 बजे समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण के दिन, चंद्रोदय का समय शाम 06:44 बजे है। चंद्र ग्रहण के सूतक काल 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है। इस समय में, शुभ कार्यों और पूजा-पाठ का आयोजन नहीं किया जाता है, और मंदिरों के पट बंद रहते हैं। हालांकि, चंद्र ग्रहण के दिन होने के कारण भारत में इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
यह चंद्र ग्रहण आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, हॉलैंड, बेल्जियम, नार्वे, स्विट्जरलैंड, इटली, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका, जापान, रूस, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका के हिस्सों में नजर आएगा.
कब होगा होलिका दहन 2024?
चूंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा और ना ही इसका सूतक काल मान्य होगा. ऐसे में होलिका दहन पर चंद्र ग्रहण का कोई असर नहीं पड़ेगा. उस पर भी होलिका दहन पूर्णिमा तिथि शुरू होने पर ही यानी कि 24 मार्च की रात को ही हो जाएगा. लिहाजा इसका होलिका दहन पर कोई असर नहीं होगा.
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च की सुबह 08:13 बजे से प्रारंभ होगी और 25 मार्च की सुबह 11:44 बजे समाप्त होगी. वहीं होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त 24 मार्च की रात 11:13 बजे से देर रात 12:07 बजे तक है.