CG News : छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बॉर्डर पर आरंग में हुई मॉब लिंचिंग मामले की जांच अब एसआईटी करेगी. इस मामले की जांच के लिए ASP रायपुर ग्रामीण कीर्तन राठौर के नेतृत्व में 14 सदस्यों की एक टीम बनाई गई है. इस टीम में 2 DSP, 3 इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल हैं. इसे लेकर SSP रायपुर संतोष सिंह ने आदेश जारी किया है. दरअसल, एक हफ्ते बाद बकरीद का त्यौहार है और शुक्रवार देर रात आरंग इलाके में कुछ लोग ट्रक में मवेशी भरकर लेकर जा रहे थे. इसी दौरान कुछ युवकों ने गाड़ी को देखा और उसका पीछे करने लगे.
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फिर भीड़ ने गाड़ी को महानदी के पुल पर ही घेर लिया. इसके बाद कुछ युवकों ने गाड़ी में मौजूद लोगों की जमकर पिटाई शुरू कर दी. मामला बिगड़ता देख एक युवक ने जान बचाने महानदी में ही छलांग लगा दी थी.
एक युवक का शव महानदी में मिला था, तो वहीं बुरी तरह घायल दूसरे युवक ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया था. तीसरा युवक भी गंभीर रूप से घायल है. उसका रायपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, मृतक उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं. अब इस मामले की संगीनता को देखते हुए उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस सतर्क हो गई है.
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वहीँ, मृतकों के परिजनों ने बताया कि हमें अचानक रात में फोन आया और अजीब सी आवाजें सुनाई दे रही थी. लोग उन्हें मार रहे थे और उनके मुंह से बचाओ की आवाजें निकल रही थीं. इसी फोन कॉल के आधार पर मृतकों के परिजनों ने मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया है. एएसपी रायपुर कीर्तन राठौड़ ने बताया कि हमें कुछ लोगों के साथ मारपीट की जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा तो तीन लोग महानदी पुल पर पड़े मिले. इनमें से 1 की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं 2 घायल अवस्था में थे. इसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया था.