Chhattisgarh: हरा सोना का लक्ष्य प्राप्त करने 38 हजार संग्राहक छान रहें जंगल की खाक

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कोरबा: वन मंडल कोरबा में तेंदूपत्ता संग्रहण का कामकाज चल रहा है। अगर मौसम ने साथ दिया, तो निश्चित समय तक विभाग निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकेगा। वन मंडल कोरबा में इस बार 38 हजार लोगों को तेंदूपत्ता काम में जोड़ा गया है।

कोरबा में गर्मी का मौसम आते ही हरे सोने की पैदावार शुरू हो जाती है और इस हरे सोने से यहां के आदिवासियों की अच्छी खासी आमदनी भी होती है। साथ ही राज्य सरकार को भी करोड़ों रुपए का मुनाफा होता है। यह हरा सोना और कुछ नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ में मिलने वाला तेंदूपत्ता है। इस बार तेंदूपत्ता के संग्रहण को लेकर संग्राहकों में उत्साह देखने को मिल रहा है।

पहले जहां तेंदूपत्ता की खरीदी प्रति सैकड़ा 400 रुपए की दर से की जाती थी, अब यह राशि बढ़ाकर 550 रूपए कर दी गई है। वन मंडल कोरबा में तेंदूपत्ता संग्रहण का कामकाज चल रहा है। अगर मौसम ने साथ दिया, तो निश्चित समय तक विभाग निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकेगा।

वन मंडल कोरबा में इस बार 38000 लोगों को तेंदूपत्ता इक_ा करने के काम में जोड़ा गया है। कोरबा जिले के दो वन मंडल में शुरुआत से तेंदूपत्ता एकत्रीकरण का कार्य शुरू किया गया है, जो एक महीने तक चलेगा। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इस काम में अवसर दिया गया है।

ऐसे लोगों को एक बोरा तेंदूपत्ता इक_ा करने के बदले 5500 की धनराशि का भुगतान वन विभाग ऑनलाइन करेगा। वन विभाग ने बताया कि 38 समितियों में संग्रहण का कार्य चल रहा है। यह समितियां अच्छे वन परिक्षेत्र के अंतर्गत काम कर रही हैं।

वन मंडल को वर्ष 2024 के लिए 53800 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें से अब तक की स्थिति में 20000 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण कर लिया गया है। मौसम ठीक रहेगा, तो 100 प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति हो सकेगी।

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