संवाददाता : सुमित जालान
गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में येलो अलर्ट के बीच बदले मौसम के मिजाज ने लोगों को जहां एक ओर गर्मी से राहत दिलायी है। वहीं, दूसरी ओर बेमौसम बारिश फसलों के लिए आफत साबित हो रही है। खेती के साथ-साथ महुआ संग्रह में भी लोगों को काफी नुकसान हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबित 20 मार्च तक ऐसा मौसम रहने का अनुमान है।
एक तरफ जहां मार्च के महीने में पढ़ रही चिलचिलाती धूप एवं गर्मी से निजात मिली है। तो वहीं लगातार चले तूफान ने सब्जी उत्पादकों को भारी नुकसान पहुंचाया है। गर्मी के मौसम में जहां तापमान 35 डिग्री पहुंच गया था। वहीं अब तेज हवाओं के साथ गरज एवं चमक के साथ हुई बारिश से तापमान में लगभग पांच डिग्री की गिरावट ला दी है।न्यूनतम तापमान में भी तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग में 17 मार्च से 20 मार्च तक की वार्निंग जारी की थी। जिसमें ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किया गया था। वहीं, 8 जिले में येलो अलर्ट जारी किया गया है कल एक दिन में ही 33 मिलीमीटर बारिश मौसम विभाग ने दर्ज की है।
कल दोपहर बाद बदला मौसम देर रात तक जारी रहा दोपहर बाद से शुरू हुई बारिश देर रात तक रुक-रुक कर होती रही। इसके साथ ही इस दौरान लगातार तेज हवाओं के साथ गरज एवं चमक दिखाई दी। बदले मौसम का असर महुआ संग्रह को पर बड़े पैमाने पर देखा जा रहा है। बारिश एवं तूफान की वजह से महुआ की फसल को खासा नुकसान हुआ है। किसान सुन्ना सिंह और साहस राम का कहना है कि लगभग 15 दिनों तक गिरने वाला महुआ की फसल अब बमुश्किल एक-दो दिन ही और गिरेगी।
बता दें कि, फसल संग्रह कर आदिवासी अपने साल भर के नमक तेल के साथ जरूरी खर्च के लिए पैसा जुटा लेते हैं। जिससे हुआ नुकसान आदिवासी वर्ग के लिए बड़ा नुकसान है। वहीं, सब्जी उत्पादकों के लिए भी यह मौसम नुकसान भरा रहा है। हालांकि ओले नहीं गिरने से सब्जियों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है लेकिन, लगातार चले तूफान ने टमाटर एवं सब्जी उत्पादकों को काफी नुकसान पहुंचाया है।