LokSabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. 7 फेज में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग (EC) भी एक्टिव मोड मे हैं. इन सबके बीच कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री मोदी की शिकायत की है.
कांग्रेस ने पार्टी के घोषणापत्र की तुलना ‘मुस्लिम लीग’ के घोषणापत्र से करने पर प्रधानमंत्री मोदी की चुनाव आयोग में शिकायत की है. PM मोदी ने 6 अप्रैल को राजस्थान के अजमेर में एक चुनावी रैली के दौरान यह टिप्पणी की थी. उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र को ‘झूठ का पुलिंदा’ कहा था. उन्होंने कहा कि दस्तावेज के हर पन्ने से ‘भारत को टुकड़ों में तोड़ने की कोशिश की बू आती है.’
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पीएम मोदी ने कहा था, ‘मुस्लिम लीग की मुहर वाले इस घोषणापत्र में जो कुछ बचा था, उस पर वामपंथियों ने कब्जा कर लिया है. आज कांग्रेस के पास न तो सिद्धांत बचे हैं और न ही नीतियां. ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस ने सब कुछ ठेके पर दे दिया है और पूरी पार्टी को आउटसोर्स कर दिया है.’
मोदी-शाह के राजनीतिक व वैचारिक पुरखों ने स्वतंत्रता आंदोलन में भारतियों के ख़िलाफ़, अंग्रेज़ों और मुस्लिम लीग का साथ दिया।
आज भी वो आम भारतियों के योगदान से बनाए गए 'कांग्रेस न्याय पत्र' के ख़िलाफ़ मुस्लिम लीग की दुहाई दे रहे हैं।
मोदी-शाह के पुरखों ने 1942 में "भारत छोड़ो"…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 8, 2024
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने BJP पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि उनके ‘वैचारिक पूर्वजों’ ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था. खड़गे ने ट्वीट किया, ‘मोदी-शाह के राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था.’ आज भी वो आम भारतियों के योगदान से बनाए गए ‘कांग्रेस न्याय पत्र’ के ख़िलाफ़ मुस्लिम लीग की दुहाई दे रहे हैं.
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खड़गे ने आगे लिखा, ‘मोदी-शाह के पुरखों ने 1942 में ‘भारत छोड़ो’ के दौरान, महात्मा गांधी के आवाहन व मौलाना आज़ाद की अध्यक्षता वाले आंदोलन का विरोध किया. सभी जानते हैं कि आपके पुरखों ने 1940’s में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर बंगाल, सिंध और NWFP में अपनी सरकार बनाई. क्या श्यामा प्रसाद मुख़र्जी ने तत्कालीन अंग्रेज़ी गवर्नर को ये नहीं लिखा कि 1942 के देश व कांग्रेस के भारत छोड़ो आंदोलन को कैसे दबाना चाहिए? और इसके लिए वे अंग्रज़ों का साथ देने के लिए तैयार है? मोदी-शाह व उनके Nominated अध्यक्ष आज कांग्रेस घोषणापत्र के बारे में उल्टी-सीधी भ्रांतियां फैला रहें हैं.
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उन्होंने आगे लिखा, ‘मोदी जी की भाषणों में केवल RSS की बू आती है, दिन पर दिन भाजपा की चुनावी हालत इतनी खस्ता होती जा रही है, कि आरएसएस को अपने पुराने मित्र – मुस्लिम लीग – की याद सताने लगी है ! सच केवल एक है – कांग्रेस न्याय पत्र में हिंदुस्तान के 140 करोड़ लोगों की आशाओं व आकांक्षाओं की छाप है. उनकी सम्मिलित शक्ति, मोदी जी के 10 सालों के अन्याय काल का अंत करेगी.