नई दिल्ली : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) ने शनिवार को एक अंतर-धार्मिक बैठक की. इस सम्मेलन में कई धर्मों के धर्मगुरु शामिल हुए. उन्होंने कहा कि नसीरुद्दीन चिश्ती साहब ने अच्छे से बात रखी है. हमारी एकता बरकरार रहे और हमारे देश की तरक्की का फायदा हर धर्म और मजहब को मिलना चाहिए.
एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि दुनिया में संघर्ष का माहौल पैदा हो रहा है. अगर हमें उस माहौल का मुकाबला करना है तो देश की एकता को एक साथ बनाए रखना जरूरी है और सशक्त मुल्क की तरह आगे बढ़ें.
एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि पिछले कुछ सालों से देश जो तरक्की कर रहा है, इसका लाभ हर हिंदुस्तानी को मिलेगा. अजीत डोभाल ने कहा कि चंद लोग जो धर्म या विचारधारा के नाम पर लोगों में हिंसा या संघर्ष पैदा करने का प्रयत्न करते हैं, उसका प्रभाव पूरे देश पर होता है. उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव देश के अंदर और बाहर भी देखने को मिलता है.
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उन्होंने कहा कि ऐसे ताकतों से निपटना हम सबकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. हम आज के लिए नहीं अपने आने वाले नस्लों के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम अपने देश की एकता और अखंडता से कोई समझौता नहीं कर सकते. एक देश के अंदर इस मजबूती को कैसे बढ़ाएं कि हर हिंदुस्तानी महफूज है. अगर देश को नुकसान होगा तो हम सबको नुकसान होगा.
वहीं, हजरत सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने एनएसए अजीत डोभाल की मौजूदगी में कहा कि जब कोई घटना होती है तो हम निंदा करते हैं. यह कुछ करने का समय है. कट्टरपंथी संगठनों पर लगाम लगाने और प्रतिबंधित करने के लिए समय की आवश्यकता है. चाहे वह कोई भी कट्टरपंथी संगठन हो, अगर उनके खिलाफ सबूत हैं तो उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.