रायपुर : शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मौलिक अधिकार विषय पर कार्यक्रम का आयोजन

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रायपुर : शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महिला प्रकोष्ठ के द्वारा मौलिक अधिकार विषय पर कार्यक्रम 18/11/ 2022 को आयोजन किया गया।

शासकीय दूधाधारी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर में महिला प्रकोष्ठ एवं आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में प्राचार्य डॉ किरण गजपाल के मार्गदर्शन में मौलिक अधिकार पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के प्रारंभ में महिला प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ नंदा गुरवारा ने महिला प्रकोष्ठ के महत्त्व और गतिविधि पर प्रकाश डाला.

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डॉ सीमा ख़ान ने” मौलिक अधिकार ” पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ सीमा ख़ान ने भारतीय संविधान के अध्याय तीन में वर्णित “मौलिक अधिकार” जो संविधान की आत्मा के नाम से जाने जाते है, अमेरिका के संविधान से लिए गए है एवं अनुच्छेद 12 से 18 तक वर्णित है। ये वें अधिकार है जिनके बिना कोई भी व्यक्ति अपना सर्वांगीण विकास नहीं कर सकता, अधिकारों के साथ कर्तव्य भी जुड़ें हैं

जो संविधान के अध्याय 4 (A) के अनुच्छेद 51 (क) में है इन्हें रूस के संविधान से लिए गया इन्हें 42 वें संविधान संशोधन में कुल 10 कर्तव्य जोड़ें गए तत्पश्चात 86 वें संविधान में 2002 में 11 कर्तव्य जोड़ें गए। मौलिक कर्तव्य संविधान के भाग 4 में अनुच्छेद 51(क) में वर्णित है। अधिकार व कर्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलु है जिनका शान प्रत्येक भारतीय नागरिक को होना आवश्यक है। इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ सीमा ख़ान, डॉ प्रेमलता तिवारी, सादिया फातिमा, बिनिका दुर्गम एवं अलग अलग संकाय की समस्त छात्राएं उपस्थित थीं।

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