भारतीय टीम ने रांची टेस्ट में इंग्लैंड को 5 विकेट से हरा दिया। 192 रनों के टारगेट को भारतीय टीम ने खेल के चौथे दिन चाय से पहले हासिल कर लिया। शुभमन गिल 52 और ध्रुव जुरेल 39 रन बनाकर नाबाद रहे। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त ले ली है। टेस्ट सीरीज पांचवां एवं आखिरी 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा।
इंग्लैंड टीम तीसरे दिन के तीसरे सेशन में दूसरी पारी में 145 रन पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड की पहली पारी के 46 रन की लीड के आधार पर भारत को 192 रन का टारगेट मिला। इससे पहले, इंग्लैंड टीम पहली पारी में 353 और भारतीय टीम 307 रन पर ऑलआउट हुई।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन सोमवार को लंच तक तीन विकेट पर 118 रन बना लिये और उसे जीत के लिये 74 रन की जरूरत है। रोहित शर्मा ने 81 गेंद में 55 रन बनाये जबकि यशस्वी जायसवाल ने 37 रन बनाकर उनके साथ 84 रन की साझेदारी की। रजत पाटीदार खाता खोले बिना आउट हो गए। शुभमन गिल 18 और रविंद्र जडेजा तीन रन बनाकर खेल रहे हैं।
इंग्लैंड की ओर से जो रूट, टॉम हार्टली और शोएब बशीर ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया है। भारत ने पहली पारी में ध्रुव जुरेल 90 रन के जोरदार संघर्ष के बाद चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को रविचंद्रन अश्विन ( 51 रन पर पांच विकेट) और कुलदीप यादव (22 रन पर चार विकेट) की कातिलाना गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड की दूसरी पारी 145 रन पर सिमट गयी। इंग्लैंड ने पहली पारी में 353 रन बनाये थे जिसके जवाब में भारत पहली पारी में 307 रन बना सका था जिससे मेहमान टीम को पहली पारी में 46 रन की बढ़त मिली जबकि दूसरी पारी में यह बढ़त 191 रन की हो गयी। 192 रन के विजय लक्ष्य का पीछा करते हुये भारत ने दिन का खेल खत्म होने के समय अपनी दूसरी पारी में बगैर विकेट खोये 40 रन बना लिये थे।
कप्तान रोहित शर्मा (24) और यशस्वी जायसवाल 16 रन बना कर क्रीज पर मौजूद थे। इंग्लैंड की दूसरी पारी को सस्ते में समेटने के अश्विन और कुलदीप के अलावा रविंद्र जडेजा (56 रन पर एक विकेट) की भूमिका अहम रही। जडेजा की सूझबूझ भरी गेंदबाजी से इंग्लैंड के गेंदबाज दवाब में नजर आये जिसका फायदा दूसरे छोर पर अश्विन और कुलदीप को मिला।
अश्विन ने भारतीय जमीन पर सबसे अधिक विकेट लेने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होने भारत में खेले गये अपने 59 टेस्ट मैच में 354 विकेट लेकर यह नया रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले भारतीय भूमि पर सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम था जिन्होंने 63 टेस्ट मैच में कुल 350 विकेट चटकाए थे। भारत ने दोनों छोर पर स्पिन अटैक कर पारी की आक्रामक शुरुआत की।
बेन डकेट (15) ने तेज गति की पारी में दो चौके लगा कर भारत के स्पिन आक्रमण को तहस नहस करने की नाकाम कोशिश की जिसका खामियाजा उन्हे विकेट खोकर चुकाना पड़ा। अश्विन ने अगली ही इंग्लैंड को दूसरा झटका दिया जब ओली पोप पगबाधा करार दिये गये।
नंबर तीन के बल्लेबाज ने डीआरएस का विकल्प चुना, लेकिन रीप्ले में गेंद स्टंप्स से टकराती हुई दिखाई दे रही थी। इंग्लैंड की दूसरी पारी में गिरावट को पटरी पर लाने की जिम्मेदारी जैक क्रॉली (60) और जो रूट (11) पर थी। क्रॉली ने एक ओवर में तीन चौके लगाकर और फिर उसके अगले ओवर में एक और चौका लगाकर अश्विन को परेशान किया लेकिन चतुराई भरी गेंदबाजी करते रहे,नतीजन उन्हे जो रुट का कीमती विकेट मिला।
इंग्लिश ओपनर ने अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन उनकी खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाई क्योंकि कुलदीप ने उन्हें 60 रन पर क्लीन बोल्ड कर अपना पहला विकेट हासिल किया। लेग स्पिनर ने चाय के विश्राम से कुछ मिनट पहले कप्तान बेन स्टोक्स को आउट करके इंग्लैंड की मुश्किलों में इजाफा किया। जॉनी ब्रेयस्टो (30) सर जडेजा की फिरकी में उलझ कर अपना विकेट गंवा बैठे।
पुछल्ले बल्लेबाजों में बेन फोक्स (17) ने नये बल्लेबाज शोयेब बशीर एक रन के साथ भारतीय स्पिन का कुछ देर तक सामना किया मगर अनुभवी अश्विन ने एक के बाद दोनों को चलता कर इंग्लैंड के लीड को 200 रन तक पहुंचाने के इरादे को नाकाम कर दिया था।