रायपुर: 24 फरवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले कांग्रेसी का राष्ट्रीय महाधिवेशन बहुत से मायनों में मामलों में काफी आम रहने वाला है। एक तो सबसे बड़ी बात जो छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की है वह यह कि इस प्रदेश में पहली बार कांग्रेसका राष्ट्रीय महाधिवेशन संपन्न होने जा रहा है।
इस तीन दिवसीय महाधिवेशन में शामिल होने वाले देशभर के 15000 डेलिगेट्स आने वाले दिनों में और खासकर आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर कांग्रेस की दिशा और दशा का निर्धारण करेंगे। यामहा अधिवेशन इस मायने में भी आम है कि महाधिवेशन के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी या कहें नेशनल वर्किंग कमेटी (CWC) का चुनाव भी होना है। कांग्रेश के संविधान के अनुसार कांग्रेस वर्किंग कमिटी के 23 सदस्यों का निर्वाचन चुनाव के जरिए किया जाता है जबकि पार्टी प्रमुख 13 सदस्यों को नॉमिनेट कर सकते हैं।
सवाल यह है कि क्या कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों का निर्वाचन किया जाएगा अथवा उनका मनोनयन होगा..? पार्टी सूत्रों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि कांग्रेसका वरिष्ठ नेतृत्व चुनाव चाहता है जिससे नेता पूरे देश के कार्यकर्ताओं से जुड़े रहे। बदलाव के बाद पूर्व पार्टी अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री और लोकसभा तथा राज्यसभा में पार्टी के नेताओं तथा कांग्रेस संसदीय दल के अध्यक्ष अपने आप ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य बन जाएंगे।
अगर ऐसा होता है तो सांसद राहुल गांधी सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह की जगह पहले ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी में पक्की हो जाएगी। लेकिन खास बात यह है कि इस तरह से प्रियंका गांधी वाड्रा अपने आप कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सदस्य नहीं बन सकेंगी। नियमों के अनुसार कांग्रेस वर्किंग कमेटी की 23 सीटों के सदस्य चुनाव के जरिए चुने जाते हैं जबकि बाकी 13 सदस्यों का मनोनयन पार्टी प्रमुख किया करते हैं।
AICC के रायपुर महाधिवेशन में क्या राहुल और प्रियंका गांधी लड़ेंगे कांग्रेस वर्किंग कमेटी का चुनाव.. सभी पदों के लिए चुनाव होंगे या होगा नामिनेशन