नई दिल्ली : महंगाई और जरूरी सामानों की बढ़ती कीमत के मुद्दे पर लोकसभा में हुई चर्चा के बाद वित्त मंत्री मंत्री निर्मला सीतामरण ने इसका जवाब दिया. हालांकि संबोधन के दौरान कांग्रेस सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया. निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने संबोधन के दौरान कहा कि कोविड संकट (Coronavirus Pandemic) के बावजूद वैश्विक एजेंसियों के आकलन में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है.
वित्त मंत्री ने लोकसभा में कहा कि भारत में मंदी की कोई आशंका नहीं है. वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था और मजबूत हो रही है. उन्होंने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति दर को सात प्रतिशत से नीचे लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट, चीन के कई हिस्सों में लॉकडाउन, कोविड-वेव, ओमिक्रोन की वजह से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रभावित है, इसके बावजूद भी हम महंगाई को 7% से नीचे रखने की कोशिश कर रहे हैं.
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वित्त मंत्री ने कहा कि GST संग्रह पिछले 5 महीनों से लगातार 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. 8 इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जून में डबल डिजिट में बढ़ोतरी हुई. जून में कोर सेक्टर में वार्षिक दर से 12.7% की बढ़ोतरी दर्ज़ की गई. भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत सकारात्मक संकेत दिखा रही है.
इससे पहले महंगाई पर चर्चा में भाग लेते हुए लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री रेवड़ी कल्चर से परहेज की बात करते हैं. सदन में तो सत्तापक्ष ने सरकार की तारीफ में जो बातें की वो रेवड़ी कल्चर ही था.’ चौधरी ने कहा कि डॉलर के मुकाबले में रुपये की गिरावट देखकर लगता है कि अगर यह शतक लगा दे तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी. उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष को महंगाई के लिए कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध को बहाना नहीं बनाना चाहिए.