रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सोनडोंगरी इलाके में एक अनोखा डॉग शेल्टर बनकर तैयार हो रहा है, जो संभवतः राज्य का पहला ऐसा शेल्टर होगा जहां आवारा और आक्रामक कुत्तों के साथ-साथ उनके सम्मानजनक अंतिम संस्कार की भी व्यवस्था होगी। लगभग 2 एकड़ में फैले इस सर्वसुविधायुक्त शेल्टर में 65 पिंजड़े बनाए गए हैं, जहां खूंखार कुत्तों को रखा जाएगा। यह पहल शहर में बढ़ती डॉग बाइट की घटनाओं और इससे होने वाली मौतों को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कुत्तों के लिए हर सुविधा, ऑपरेशन थियेटर से लेकर नसबंदी तक-
इस डॉग शेल्टर में कुत्तों के इलाज के लिए ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है, जहां वेटनरी डॉक्टर उनकी देखभाल और नसबंदी करेंगे। कुत्तों को नहलाने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है, वहीं पेयजल और भोजन तैयार करने के लिए अलग स्थान चिन्हित किया गया है। शेल्टर में तैनात वेटनरी डॉक्टर नियमित रूप से कुत्तों की सेहत की निगरानी करेंगे। खास बात यह है कि यदि किसी कुत्ते की मृत्यु होती है, तो उसके अंतिम संस्कार के लिए एक मुक्तिधाम भी बनाया गया है, जहां इलेक्ट्रिक मशीन से शवदाह होगा।
भविष्य में पालतू कुत्तों के लिए भी जगह-
नगर निगम की योजना है कि भविष्य में इस शेल्टर में पालतू कुत्तों को भी रखने की व्यवस्था की जाए। इसके लिए डॉग लवर्स और एनजीओ के सहयोग से नए प्रयास शुरू किए जा रहे हैं। नगर निगम इससे पहले आवारा कुत्तों को शहर से बाहर छोड़ने और नसबंदी जैसे कदम उठा चुका है, लेकिन अब यह नया शेल्टर एक व्यापक समाधान की ओर बढ़ता कदम है।
क्यों जरूरी है यह पहल?
शहर में डॉग बाइट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिसके चलते कई लोगों की जान जा चुकी है। इस शेल्टर के जरिए आक्रामक कुत्तों को नियंत्रित करने और उनकी संख्या पर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, यह पहल कुत्तों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण को भी मजबूत करेगी।