कोच्ची : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता एसके श्रीनिवासन की हत्या के मामले में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक सदस्य को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार (20 अक्टूबर) को गिरफ्तार कर लिया है। RSS के पूर्व जिला नेता और पदाधिकारी श्रीनिवासन की 16 अप्रैल, 2022 को केरल के पल्लाकड़ जिले में उनकी मोटरसाइकिल की दुकान पर छह सदस्यीय गिरोह ने हत्या कर दी थी।
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गिरफ्तार आरोपी की पहचान शिहाब उर्फ बाबू के रूप में हुई है, जो अपराध को अंजाम देने के बाद से फरार था और NIA ने उसे केरल के मलप्पुरम जिले में उसके आवास से गिरफ्तार किया है। NIA के अनुसार, शिहाब PFI का अभिन्न अंग था और उसने एक अन्य आरोपी मोहम्मद हकीम को शरण दी थी, जो मामले में महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार था। इससे पहले, 17 मार्च को NIA ने हत्या के मामले में प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन PFI सहित 59 व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
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16 मई को NIA ने एक अन्य आरोपी साहिर केवी को भी गिरफ्तार किया, जो श्रीनिवासन को खत्म करने की विभिन्न साजिशों में शामिल था। अब तक कुल 69 लोगों की पहचान इस साजिश में शामिल होने के तौर पर की गई है। बता दें कि, जाँच एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले आतंकियों के पास से अक्सर RSS नेताओं की लिस्ट मिलती है, कई बार आतंकी खुद कबूल करते हैं कि, RSS के कई नेता उनके निशाने पर थे। पाकिस्तान भी अक्सर RSS को लेकर आग उगलता रहता है। भारत को 2047 तक इस्लामिक देश बनाने के मिशन पर काम रहे प्रतिबंधित संगठन PFI के सदस्य RSS नेताओं की हत्याओं में पहले भी पकड़े जा चुके हैं। ऐसे में ये भी एक सवाल है कि, हर भारत विरोधी ताकत का टारगेट RSS ही क्यों है ?