नई दिल्ली : 1985 एयर इंडिया (Air India) धमाके के आरोप से बरी हुए सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की गुरुवार देर रात कनाडा के वैंकूवर में गोली मारकर हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उनके घर के पास तीन गोलियां चलने की आवाज सुनाई दीं। फायरिंग काफी करीब से की गई थी। उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। रिपुदमन पर एयर इंडिया के विमान कनिष्क को हाईजैक कर धमाके से उड़ाने का केस चला था। हालांकि, वे इस केस से बरी हो गए थे।
रिपुदमन को गोली क्यों मारी गई, यह अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस को आशंका है कि हमलावर कार से आए थे, फिर बाइक पर सवार होकर रिपुदमन के नजदीक गए और गोलियां चला दीं। बाद में सबूत मिटाने के लिए उन्होंने कार को जला दिया। जलती कार के फुटेज सामने आए हैं। यह कार हत्या वाली जगह से कुछ दूर ही जलती मिली। रिपुदमन के परिवारवालों ने बताया, ‘जब वे कार से ऑफिस से घर जा रहे थे, तब उन पर हमला हुआ है।
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रिपुदमन पहले खालिस्तान मूवमेंट के हिमायती थे, लेकिन बाद में उनकी विचारधारा बदल गई थी। आखिरी समय तक वे सिख समुदाय के लोगों को अलगावादी नेताओं से दूर रहने के लिए प्रेरित करते थे। इस साल जनवरी में उन्होंने PM मोदी की तारीफ की थी। इसके साथ ही सिख समुदाय के लिए उठाए गए कदमों के लिए मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया था। दावा किया जा रहा है कि मोदी की तारीफ करने की वजह से मलिक की हत्या की गई।
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रिपुदमन 1972 में कनाडा गए। उन्होंने अपने करिअर की शुरुआत कैब ड्राइवर के तौर पर की। बाद में एक सफल बिजनेसमैन बने। खालसा क्रेडिट यूनियन (KCU) के अध्यक्ष रहे, जिसकी संपत्ति 110 मिलियन डॉलर से अधिक थी। रिपुदमन कनाडा के सतनाम एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष थे और खालसा स्कूल चलाते थे। इनके स्कूल में कनाडा के पाठ्यक्रम के अलावा पंजाबी भाषा और सिख इतिहास भी पढ़ाया जाता है।