इंदौर: इंदौर के पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बृहस्पतिवार को राम नवमी के अवसर पर आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 पर पहुंच गई है। प्रशासन के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन कुमार शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हादसे के बाद लापता एक व्यक्ति का शव बावड़ी से निकाल लिया गया है। अब तक बावड़ी से कुल 36 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं।’’ शर्मा ने कहा कि हादसे में घायल 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो अन्य व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
शर्मा के मुताबिक, हादसे के बाद लापता हुए उन सभी लोगों के शव ढूंढे जा चुके हैं, जिनकी गुमशुदगी की जानकारी उनके परिजनों ने प्रशासन को दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी खोज अभियान बंद नहीं कर रहे हैं। हम बावड़ी से पूरी गाद बाहर निकालेंगे, ताकि कोई शंका-कुशंका बाकी न रहे।’’
इस बीच, चश्मदीदों ने बताया कि बृहस्पतिवार रात 11:30 बजे के बाद बावड़ी से शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजे जाने का सिलसिला तेज हुआ। थलसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के संयुक्त दल को एक क्रेन और ट्रॉली की मदद से नीचे बावड़ी में उतारा गया, ताकि शवों को बाहर निकाला जा सके।
अधिकारियों ने कहा कि मंदिर के संकरी जगह में बने होने के कारण शुरुआत में बचाव कार्य में बाधा आई। उन्होंने बताया कि मंदिर की एक दीवार को तोड़कर उसके भीतर पाइप डाला गया, जिसके बाद बावड़ी का पानी मोटर से खींचकर बाहर निकाला गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी।
रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था।