Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार की दोपहर आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों पर फायरिंग कर दी। इस हमले में एक पर्यटक की मौत हुई है, हालांकि इस संख्या के बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हमले में एक दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है। ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
मिली जानकरी के मुताबिक, आतंकी संगठन ने इस शर्मनाक हरकत के बाद एक पत्र भी जारी किया है। अपनी कायराना हरकत को छुपाने के लिए टीआरएफ ने पत्र में दावा किया कि जम्मू कश्मीर में 85 हजार से अधिक डोमिसाइल जारी किए गए हैं। आतंकी संगठन का दावा है कि ये डोमिसाइल स्थानीय लोगों को नहीं, बल्कि बाहरी लोगों को प्रदान किए गए हैं। इससे जम्मू कश्मीर की डेमोग्राफी को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह का आतंकी हमला, लोगों को गैर कानूनी तरीके से जम्मू कश्मीर में बसाने के प्रयासों का नतीजा है।
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बता दें कि जम्मू एंड कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद वहां अभी तक 85 हजार से अधिक लोगों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। टीआरएफ ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन पाकिस्तान के आतंकी संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ की प्रॉक्सी विंग है। कई वर्षों से टीआरएफ, जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम दे रही है। खासतौर पर, जेएंडके में सुरक्षा बलों पर हमले और टारगेट किलिंग, ये टीआरएफ की रणनीति का हिस्सा रहा है। टीआरएफ ने पहले भी गैर-कश्मीरियों को अपना निशाना बनाया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा यूएपीए के तहत इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया है। सूत्रों का कहना है, जम्मू कश्मीर में टीआरएफ द्वारा अपने हर हमले के बाद कोई न कोई पत्र जारी किया जाता रहा है। पहलगाम के हमले में भी आतंकी संगठन ने ऐसा ही पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जेएंडके में बाहर के लोगों को डोमिसाइल जारी किया जा रहा है।
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यह प्रयास जम्मू कश्मीर की डेमोग्राफी को बिगाड़ने का प्रयास है। वहां पर नॉन लोकल, खुद को पर्यटक बताकर आते हैं और डोमिसाइल हासिल कर लेते हैं। उसके बाद वहां पर जमीन लेने का खेल शुरु हो जाता है। टीआरएफ ने सोशल मीडिया पर जारी अपने पत्र में कहा है कि इस तरह के हमले, अवैध डोमिसाइल जारी करने का परिणाम हैं। हालांकि टीआरएफ के इस पत्र की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।