नई दिल्ली : लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल 2025 पर दिनभर तीखी बहस चली जो गरुवार तड़के वोटिंग के साथ खत्म हुई. वक्फ संशोधन विधेयक पर पक्ष और विपक्ष की जुबानी जंग के बाद आखिरकार केंद्र सरकार लोकसभा में ये बिल पास कराने में सफल रही. वक्फ संशोधन बिल के पक्ष में 288 सांसदों ने वोट किया, जबकि विपक्ष में 232 वोट पड़े. सदन में बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने इस बिल का खुलकर समर्थन किया, अब इसे राज्यसभा में भेजा जाएगा.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस दौरान वक्फ बोर्ड पर जमकर हमला बोला और कई ऐसी संपत्तियों का जिक्र किया, जिन्हें वक्फ ने कथित तौर पर गलत तरीके से अपने नाम कर लिया. अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और उन पर वोटबैंक की राजनीति के लिए डर फैलाने का आरोप लगाया. आइए जानते हैं इस बहस का क्या नतीजा निकला और गृह मंत्री ने क्या-क्या कहा?
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा कि वक्फ बोर्ड ने देशभर में कई ऐसी संपत्तियों पर कब्जा कर लिया, जो उसकी नहीं थीं. उन्होंने बताया कि तमिलनाडु में 250 हेक्टेयर के 212 गांवों को वक्फ की संपत्ति घोषित कर दिया गया. इतना ही नहीं, वहां 400 साल पुराने मंदिर की 400 एकड़ जमीन भी वक्फ के नाम कर दी गई. कर्नाटक में 29 हजार एकड़ जमीन को वक्फ ने बिजनेस के लिए किराए पर दे दिया. शाह ने ये भी खुलासा किया कि 2001 से 2012 के बीच 2 लाख करोड़ की संपत्ति को निजी संस्थानों को 100 साल की लीज पर दे दिया गया.
अमित शाह ने बताया कि वक्फ बोर्ड ने मंदिरों और गुरुद्वारों की जमीनों पर भी दावा ठोक दिया. महाराष्ट्र के एक गांव में महादेव मंदिर और बीड में कांकलेश्वर मंदिर की 12 एकड़ जमीन पर वक्फ ने कब्जा कर लिया. हरियाणा में गुरुद्वारों से जुड़ी 14 जमीनों को वक्फ को सौंप दिया गया. तेलंगाना में 66 हजार करोड़ की 1700 एकड़ जमीन पर भी वक्फ ने दावा किया. प्रयागराज में चंद्रशेखर आजाद पार्क को भी वक्फ की संपत्ति बता दिया गया. शाह ने कहा कि ये सब भ्रष्टाचार और अव्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है.
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गृहमंत्री शाह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि वो वोटबैंक की राजनीति के लिए मुसलमानों में डर फैला रहे हैं. उन्होंने साफ किया कि वक्फ बिल का मकसद मुस्लिम समुदाय के धार्मिक मामलों में दखल देना नहीं है. शाह ने कहा, ‘ये बिल भ्रष्टाचार रोकने के लिए है. वक्फ का पैसा गरीब मुसलमानों के लिए है, न कि धन्नासेठों की चोरी के लिए.’ उन्होंने ये भी कहा कि अगर 2013 में कांग्रेस ने वक्फ कानून में बदलाव न किए होते, तो आज इस बिल की जरूरत ही नहीं पड़ती.
गृह मंत्री शाह ने बताया कि दक्षिणी राज्यों के कई चर्च इस बिल का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वक्फ ने ईसाई समुदाय की जमीनों पर भी दावा किया, जिससे वहां के लोग नाराज हैं. अमित शाह ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि इस बिल से वोटबैंक पक्का करने की उनकी कोशिश नाकाम होगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही मुस्लिम समुदाय को समझ आ जाएगा कि ये कानून उनके हित में है.