spot_img
HomeBreakingविश्व आदिवासी दिवस : आश्रम और छात्रवासों में आयोजित किया गया जागरूकता...

विश्व आदिवासी दिवस : आश्रम और छात्रवासों में आयोजित किया गया जागरूकता शिविर

महासमुंद 09 अगस्त 2024 : छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के निर्देशानुसार स्टेट प्लान आफ एक्षन के तहत तथा विशेष राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय दिवसों के अवसर पर किए जाने वाले कार्यक्रम के तहत आज विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दामोदर प्रसाद चन्द्रा द्वारा पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास मचेवा तथा पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास खैरा पहुंचकर छात्राओं को विधिक जागरूकता के संबंध में सरल कानूनी शिक्षा के माध्यम से जानकारी दिया।

विधिक जागरूकता शिविर में छात्रावासी छात्राओं को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दामोदर प्रसाद चन्द्रा द्वारा बताया गया कि भारत ही नहीं, दुनियाभर के कई देशों में आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं जिनकी जीवनशैली, खानपान और रीति-रिवाज आम जन-जीवन से काफी अलग होती है।

इसे भी पढ़ें :-लखपति दीदी मंजू राजवाड़े को सुशासन से मिला स्वावलंबन

अपनी अनूठी संस्कृति, रीति-रिवाजों के कारण इन समुदायों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह समस्याएं सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से काफी गहरी होती है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य आदिवासी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करना और उनके सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना है।

विश्व आदिवासी दिवस का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समुदायों की समस्याओं, उनकी संस्कृति, परंपराओं और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है। इसके अलावा यह दिन लोगों को यह समझने में मदद करती है कि आदिवासी लोग हमारे समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनकी परम्पराएं, उनकी भाषा, उनकी जीवनशैली हमें यह सिखाती है कि प्रकृति हमारे जीवन का आधार है, हमें प्रकृति के नियमों का हमेशा पालन करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें :-उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने 25 दिव्यांगजनों को पेट्रोल चलित स्कूटी वितरण किया

इसके अलावा सचिव चन्द्रा द्वारा महिलाओं से संबंधित होने वाले अपराध, गुड टच बेड टच, पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना, दहेज तथा कानून के विभिन्न विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इसके अलावा तहसील स्थित न्यायालयों के न्यायाधीशो द्वारा स्कूल, आश्रम और छात्रावासों में जाकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

इसी परिपेक्ष्य में पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालिका छात्रावास सरायपाली में प्रथम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शोभना कोष्टा, पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास सरायपाली में सिविल न्यायाधीश नमिता मिंज भास्कर, प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास पिथौरा में प्रतीक टेम्भुलकर, स्वामी आत्मानंद हाई स्कूल कोमाखान में अविनाष टोप्पो हाई स्कूल टावर पारा झिलमिला में विनय कुमार साहू, मैट्रिक कन्या छात्रावास मौहारी भाठा में तान्या ब्रम्हे तथा कुम्हार पारा में प्रशिक्षु न्यायाधीश सुखुशबू जैन एवं सुगीतांजलि कश्यप द्वारा विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।

RELATED ARTICLES
spot_img
- Advertisment -spot_img

ब्रेकिंग खबरें

spot_img