बालोद ब्यूरो चीफ ढालेंद्र कुमार
बालोद। बालोद जिला अस्पताल में प्रबंधन की लापरवाही के चलते ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पढ़ता ग्रामीण इलाकों से अगर कोई जहर सेवन, फांसी या रोड एक्सीडेंट में किसी की मौत होती है तो उसे पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल बालोद ले जाते हैं
वहां उपस्थिति स्वीपर के द्वारा परिजनों से पोस्टमार्टम करने से पहले उनसे पैसों की मांग भी करते हैं नहीं देने पर अपने कार्य में देरी करते हैं मजबूर होकर परिजनों को उनको पहले पैसा देना पड़ता है रात्रि में किसी कारणवश पोस्टमार्टम होने के बाद लाश को मेंक्कचूरी में रखने की भी सुविधा नहीं है वहां पर दो फ्रीजर भी रखे हुए हैं वह भी शोपीस मात्र है 2 दिन पहले मालीघोरी निवासी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई
जिसको रात्रि में फ्रीजर में रखना पड़ा जो बंद होने की वजह से लास से दुर्गंध आनी शुरू हो गई सुबह जब परिजन लाश लेने शव गृह पहुंचे तो दुर्गंध को लेकर परिजन काफी आक्रोशित नजर आए और अस्पताल प्रबंधन को काफी कोसा..