कोरबा: वनमंडल कोरबा के करतला रेंज में बड़ी संख्या में हाथियों का दल पहुंच गया है। 49 सदस्यीय इस दल में से 6 हाथी गुरुवार की शाम झुंड से अलग होकर करतला बस्ती के निकट पहुंच गए। हाथियों को देख ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने एकजुट होकर हाथियों को दूर खदेडऩे की कोशिश की। इसके लिए वे रतजगा करने के लिए भी मजबूर रहे।
बताया जाता है कि हाथियों का झुंड इस बार क्षेत्र में ऐसे समय में पहुंचा है जब खेतों में धान की फसल कट रही है या कई किसानों ने फसल को काटकर खेत में छोड़ दिया है। ऐसे में नुकसानी का खतरा और भी बढ़ गया है। हालांकि वन विभाग मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कह रहा है। जिस पर ग्रामीण हाथियों से बचाव की कोशिश कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने रात में पटाखे फोडक़र हाथियों को बस्ती से दूर भगाने का प्रयास किया जिस पर हाथियों ने पीडिय़ा क्षेत्र का रूख किया और पहले से वहां मौजूद हाथियों के दल में शामिल होकर खेतों में पहुंचकर फसल को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसका आंकलन वन अमला कर रहा है।
कुदमुरा रेंज के गुरमा में भी 12 हाथी विचरण कर रहे हैं। हाथियों के इस दल ने बीती रात खेतों में पहुंचकर 8 ग्रामीणों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। एक तरफ हाथियों का झुंड उत्पात मचा रहा है तो दूसरी ओर कटघोरा वनमंडल में सक्रिय हाथियों का झुंड अब आगे बढक़र जिले की सरहद पर पहुंच गया है और वहां पिछले कई दिनों से डेरा डाल दिया है।
इससे पहले यह झुंड केंदई व पसान रेंज में विचरण कर रहा था। दिन भर हाथियों का दल जंगल में रहता था और शाम होने के बाद खेतों में पहुंचकर फसलों को चौपट कर देता था। हाथियों के इस उत्पात से ग्रामीण बेहद परेशान थे। हाथियों के अब कोरबा-कोरिया जिले की सीमा पर पहुंचने से क्षेत्र के ग्रामीणों ने कुछ राहत महसूस की है।