संवाददाता: सुमित जालान
गौरेला पेंड्रा मरवाही: छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग ने 2023 परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। जिसमें प्रदेश भर से 242 लोगों का चयन सिविल सर्विसेज के लिए हुआ है। पेंड्रा शहर के नूतन कॉलोनी में रहने वाले दिव्यांश सिंह चौहान ने भी इस परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करते हुए सातवां स्थान लाया है।
दिव्यांश के परिवार में माता पिता दोनों ही शिक्षक हैं। साथ ही चाचा और चाची भी शिक्षक हैं। शिक्षक परिवार से होने के कारण वह शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी छात्र रहे हैं। दिव्यांश की शुरुआती शिक्षा पेंड्रा के सरस्वती शिशु मंदिर से शुरू हुई, जहां 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद दिव्यांश ने रायपुर के शंकराचार्य कालेज से इंजीनियरिंग की। इंजीनियरिंग पास करने के बाद सीजीपीएससी की तैयारी शुरू की। दिव्यांश ने पहले भी दो बार सीजीपीएससी की परीक्षा दी थी,लेकिन उनका चयन नहीं हुआ था। तीसरी बार दिव्यांश ने पहले से भी ज्यादा मेहनत की और सातवां रैंक हासिल करके अपने माता पिता का सपना पूरा किया।
दिव्यांश बताते हैं कि माता- पिता के स्कूल में जब सरकारी अधिकारी निरीक्षण के लिए आते थे तो उनके बारे में सुनकर उन्हें भी अधिकारी बनने का मन करता था, जिसके लिए वे 12वीं तक पेंड्रा में पढ़ने के बाद रायपुर के शंकराचार्य कालेज से इंजीनियरिंग की। इसके बाद बिलासपुर कोचिंग क्लास से उन्होंने पीएससी के लिए तैयारी शुरू की। दो वर्ष से घर पर रहकर ही वे तैयारी कर रहे हैं। इस बीच 2021 पीएससी में उन्होंने 138 वीं रैंक हासिल की। 2022 पीएससी में 225वीं रैंक हासिल की, लेकिन उन्हें पोस्टिंग नहीं मिली।
आगे भी प्रयास रहेगा जारी..
उन्होंने लगातार प्रयास जारी रखा और घर पर रहकर तैयारी करने के बाद 2023 की परीक्षा में उन्होंने 7वीं रैंक हासिल की है। दिव्यांश बताते हैं कि वे डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते हैं। उनके परिवार के सदस्य उनको डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्य करते देखना चाहते हैं। इसके लिए उनका लगातार प्रयास जारी रहेगा। वे आगे भी पीएससी की परीक्षा देते रहेंगे।