रायपुर: राजधानी में भारी बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सबसे ज्यादा परेशानी भाठागांव-महादेवघाट रोड को लेकर है। करीब पांच किलोमीटर की इस सड़क के जर्जर और जगह-जगह गड्ढे होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खराब सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे होने से लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। वर्तमान में सबसे ज्यादा परेशानी बारिश ने बढ़ा दी है। रोड पर जलभराव होने से यह सड़क खारून नदीं की तरह लग रही है पर हकीकत में यह नदी नहीं भाठागांव-महादेवघाट पहुंचमार्ग है।
जलभराव होने से सड़क पर लोगों को गड्ढे नहीं दिखाई दे रहे हैं। इस वजह से प्रतिदिन इन बड़े-बड़े गड्ढ़ों में गिरकर लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। इस रोड पर इटालिया कॉलोनी के पास और पुराना वाटर पॉर्क के समीप जलभराव होने से लोग इन गड्ढ़ों में गिरकर घायल हो रहे हैं पर उनकी शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। लोगों की शिकायत पर अमर उजाला टीम मौक पर पहुंची। ग्राउंड पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पीड़ित लोगों से बातचीत की।
इस दौरान लोगों ने कहा कि वो इस संबंध में इस एरिया के पार्षद उत्तम साहू, महापौर एजाज ढेबर, तत्कालीन विधायक बृजमोहन अग्रवाल (वर्तमान सांसद) को ज्ञापन सौंपकर सड़क और नाली बनाने की मांग कर चुके हैं पर अभी तक समस्या का निराकरण नहीं होने से लोगों को बरसात में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई वाहन जलभराव में फंसकर रुक जा रहे हैं। कई वाहन खराब हो जा रहे हैं, तो कुछ वाहनों के साइलेंसर में पानी घुस जा रहा है। इस वजह से उनकी गाड़ियां खराब हो जा रही हैं।
यहां गाड़ी से नहीं, पैदल चलते हैं लोग
300 मीटर की इस सड़क पर लोग वाहन से नहीं बल्कि पैदल चलते हैं। क्योंकि गाड़ी चलाकर जाने पर उनकी गाड़ियों में पानी भर जाता है। यदि किसी तरह से लोग गाड़ी चलाकर निकलने की कोशिश किये, तो जलभराव वाले गड्ढ़ों में पड़कर इनकी गाड़ी ही खराब हो जाती है। ऐसे में लोग खुद ही गाड़ी से न चलकर पैदल चलते हैं।
लोगों ने अमर उजाला से बातचीत में कहा कि वो संबंधित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से शिकायत कर-करके थक चुके हैं पर अब तक सड़क और नाली नहीं बनी है। दोनों ओर नाली नहीं बनने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इस वजह से जलभराव हो रहा है। वहीं सड़क जर्जर और उसमें बड़े-बड़े गड्ढे होने से लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं।
शासन-प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार
सबसे बड़ी बात ये है कि इस रोड पर कई बड़े प्राइवेट स्कूलों की बसे चलती हैं। इन बसों में सैकड़ों छात्र रोज स्कूल से आना-जाना करते हैं। वहीं नया रायपुर, महादेवघाट, भाठागांव, नया बस स्टैंड के लिए हजारों लोग इस रास्ते से आवागमन करते हैं। ऐसे में लग रहा है कि शासन-प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।