रायपुर : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा आयोजित चार दिवसीय एग्री कार्नीवाल-2024 ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ के तृतीय दिवस आज 24 अक्टूबर को ‘‘जलवायु कुशल कृषि एवं प्राकृतिक खेती’’ पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ पद्मश्री हुकुम चंद पाटीदार, प्रगतिशील कृषक, मानपुर, राजस्थान के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में नेशनल सेन्टर फॉर ऑरगेनिक फार्मिंग, गाजियाबाद के डायरेक्टर डॉ. गगनेश शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की।
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कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जलवायु परिवर्तन के साथ जैविक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योकि पृथ्वी तापमान बढ़ने के कारण विभिन्न फसलों के उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव दृष्टिगोचर हो रहा है अतः इस दिशा में विशेष प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। जिससे मानव के मूलभूत आहार की आवश्यकताओं को निरंतर पूरा किया जा सके।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और चरम मौसम की घटनाओं के कृषि में प्रभाव को कम करने के लिए उनके अनुकूल और शमन रणनीतियों जैसे जलवायु कुशल कृषि एवं प्राकृतिक खेती का किसानों के प्रक्षेत्र पर क्रियान्वयन हेतु मन्थन कर कार्य योजना बनाना है। साथ ही किसानों एवं शिक्षार्थियों के बीच जागरूकता लाना है।
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इस कार्यशाला में लगभग 500 प्रगतिशील किसान, कृषि विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी, सरकारी एवं गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला के आयोजन अध्यक्ष डॉ. जी.के. दास, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, रायपुर ने बताया कि राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने एवं जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में विशेष बिन्दूओं पर परिचर्चा की गई एवं इनके लाभ को रेखांकित करते हुए कार्ययोजना बनाने पर भी चर्चा हुई जिससे प्रकृति की संरक्षण के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार उच्च गुणवत्तायुक्त कृषि उत्पाद प्राप्त करने की तकनीक को विकसित किया जा सके।
आज एग्री कार्नीवाल-2024 ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ में प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में किसान भाई-बहनों ने प्रक्षेत्र भ्रमण एवं प्रदर्शनी के अवलोकन के द्वारा उच्च तकनीक कृषि का लाभ प्राप्त किया। लगभग 5 हजार किसान भाई-बहनों ने आज भाग लिया। साथ ही प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए 16 स्कूलों के लगभग 1200 विद्यार्थियों ने प्रक्षेत्र भ्रमण एवं प्रदर्शनी द्वारा कृषि तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।
एग्री कार्नीवाल-2024 के चतुर्थ दिवस ‘‘जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एण्ड डाटा एननालिसिस इन एग्रीकल्चर’’ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। 25 अक्टूबर को अपरान्ह ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ के समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा।