झारखंड: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं अंतिम चरण की 38 सीटों पर बुधवार को मतदान होगा। इनमें संथाल परगना प्रमंडल और उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल की 18-18 और दक्षिणी छोटा नागपुर प्रमंडल की दो सीटें शामिल हैं। इस चरण में आठ सीटें एससी-एसटी जाति के लिए सुरक्षित हैं।
सामान्य सीटें 27 हैं। इस चरण के प्रमुख प्रत्याशियों में बरहेट सीट से जेएमएम उम्मीदवार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राजधनवार सीट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, गांडेय सीट से जेएमएम की स्टार प्रचारक एवं हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन, नाला सीट पर जेएमएम प्रत्याशी एवं विधानसभा के स्पीकर रवींद्र नाथ महतो, चंदन कियारी सीट पर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, महागामा सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, जामताड़ा में कांग्रेस कोटे के मंत्री इरफान अंसारी, मधुपुर में जेएमएम कोटे के मंत्री हफीजुल हसन, डुमरी सीट पर जेएमएम प्रत्याशी के रूप में मंत्री बेबी देवी, सिल्ली सीट पर आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो, दुमका सीट पर सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन शामिल हैं।
2019 में जेएमएम ने इनमें से 13 सीटें जीती थीं
साल 2019 में इन सीटों पर हुए चुनाव में सबसे अधिक 13 सीटों पर जेएमएम जीती थी। 12 सीटें बीजेपी जीती थी। कांग्रेस को 8, झारखंड विकास मोर्चा और आजसू पार्टी को 2-2 और सीपीआईएमएल को 1 सीट पर जीत मिली थी। इस चरण में 528 प्रत्याशी मैदान में हैं।
इनकी किस्मत 1 करोड़ 23 लाख 58 हजार 195 मतदाता तय करेंगे। इन सीटों पर मतदान के लिए 14218 बूथ बनाए गए हैं। यहां पोलिंग पार्टियां आज शाम तक पहुंच जाएंगी। 31 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं। यहां सुबह सात से शाम चार बजे तक ही वोटिंग होगी। इन्हें छोड़ अन्य केंद्रों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले जा सकेंगे।
बड़े नेताओं ने की जनसभाएं
प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को बीजेपी-एनडीए की तरफ से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, लोजपा (रामविलास) प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा, इंडिया ब्लॉक से लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सीएम हेमंत सोरेन, जेएमएम की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन जैसे नेताओं ने 20 से अधिक जनसभाएं की।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के.रवि कुमार ने बताया कि 48 बूथ यूनिक बूथ के रूप में विकसित किए गए हैं। 239 बूथ ऐसे हैं, जिनका संचालन पूरी तरह महिलाकर्मियों के हाथ में होगा। 22 मतदान केंद्रों की व्यवस्था दिव्यांग कर्मी के जिम्मे होगा। 26 मतदान केंद्रों की व्यवस्था युवाओं के हाथों में होगी।